Pravasi Mithila

29.5.13

चन्दा मामा (बाल कविता)


चन्दा मामा चन्दा मामा
हमरो घर अहाँ आऊ ने
माय के हाथक दुध मलाई
हमरा संग अहाँ खाऊ ने
साँझ परैत सब दिन छत पर
हम अहाँ के तकैत छी
कहिओ जल्दी कहिओ देरी
अहाँ छत पर आबैत छी
कहिओ छोट कहिओ नम्हर
अहाँ किया रूप बनाबै छी
कहिओ किया हमरा सँ दुर
मेघ में किया नुकैत छी
करी-करी मेघ देखि के
अहाँ किया परैत छी
कहिओ अहाँ नीचाँ उत्तरि के
हमरा संग खेलाऊ ने
चन्दा मामा चन्दा मामा
हमरो घर अहाँ आऊ ने 

रचनाकार:- दयाकान्त 

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